Cultureराम और भीष्म ने भी किया था पिण्डदानawadhfirstOctober 8, 2023 by awadhfirstOctober 8, 20230366 सम्पादक – शारदा शुक्ला भारतीय श्राद्ध और पिण्डदान पद्धति पूर्णतया विज्ञान सम्मत है;बस अंतर यह है कि यह Read more
Uncategorizedसम्पर्क में रहती हैं मृतात्माएंawadhfirstOctober 5, 2023 by awadhfirstOctober 5, 2023052 सम्पादक – शारदा शुक्ला सांसारिक पञ्चतत्व से निर्मित स्थूल देह तो नश्वर है और मृत्यु एक अटल सत्य Read more
Cultureश्रद्धा समर्पण का सत्र पितृपक्षawadhfirstOctober 4, 2023 by awadhfirstOctober 4, 20230281 सम्पादक – शारदा शुक्ला आश्विन अर्थात् क्वाॅर मास का कृष्ण पक्ष आ गया।इसे ही पितृपक्ष कहते हैं।इसमें यमपुरी।के Read more
Cultureजय कन्हैया लाल कीawadhfirstSeptember 7, 2023 by awadhfirstSeptember 7, 2023046 पूर्ण ब्रह्म के स्वरूप भगवान श्रीकृष्ण धरा धाम पर पधारे हैं।कंस की कारा से वसुदेव द्वारा गोकुल में Read more
Awadhiyapaमुस्कुराइए कि ये लखनऊ है : लखनऊ का अकबरी दरवाज़ाawadhfirstAugust 27, 2023 by awadhfirstAugust 27, 2023057 कनकव्वे बाज़ी के बाद हम एक बार फिर से चौक की तरफ वापस आते हैं। चौक में पतंग Read more
Sahityaलेखक परिचय: शकील हसन शमसीawadhfirstAugust 17, 2023August 17, 2023 by awadhfirstAugust 17, 2023August 17, 2023079 कुछ दिनों से अवध फर्स्ट पर आप लखनऊ के बारे में बेहद रोचक जानकारी पढ़ रहे हैं। जिसे Read more
Awadhiyapaमुस्कुराइए कि ये लखनऊ है:कनकव्वे (पतंग) बाज़ीawadhfirstAugust 17, 2023 by awadhfirstAugust 17, 20230259 कुछ साल पहले तक लखनऊ के चौक बाज़ार में होलसेल में पतंग बेचने वालों की कई दुकानें थीं। Read more
Awadhiyapaमुस्कुराइए कि आप लखनऊ में हैं ‘लखनऊ के बाँके’awadhfirstAugust 14, 2023 by awadhfirstAugust 14, 2023054 लखनऊ की कहानी हो और बाँकों की बात न हो यह सरासर न इंसाफ़ी होगी क्योंकि बाँकों के Read more
Awadhiyapaमुस्कुराइए कि ये लखनऊ है ‘चौक: तवायफ़ें और दलाल’awadhfirstAugust 11, 2023 by awadhfirstAugust 11, 202311 468 पुराने लखनऊ के चौक बाज़ार को किसी ज़माने में बाज़ार ए हुस्न का दर्जा हासिल था। सड़क के Read more
Awadhiyapaमुस्कुराइए कि ये लखनऊ हैawadhfirstAugust 7, 2023August 7, 2023 by awadhfirstAugust 7, 2023August 7, 20238 159 कहा जाता है कि लखनऊ को राम चंद्र जी के छोटे भाई लक्ष्मण जी ने आबाद किया था Read more